Saturday, May 29, 2010

उड़ीसा के बालितुथा और dheenkiya गाँव इलाके में गर्मी दिनों लह्ह्लाहती धान फसल, तथा कथित विकास के दलाल देश को आनाज खिलने वाली धरती को बंजरभूमि में तब्दील करना चाहते हैं। जो अपने विकास के रस्ते को खुद ही रोकना चाहते हैं. किसानो को इस धरती से मिटाना चाहते हैं। इस किसान विरोधी विकास को समय रहते रोकना चाहिए, ताकि कृषि का विकास को आगे बढ़ाते हुआ देश को विकास का नया मोडल दे सके.

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